Sunday, August 19, 2012

{ ३१५ } {Aug 2012}





दिल-ओ-जाँ निसार है तुम पर
मुझको पूरा एतबार है तुम पर
तू बस हाँ कह दे चैन से जी लूँ
मेरा सब्र-ओ-करार है तुम पर।।

-- गोपाल कृष्ण शुक्ल

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