Friday, September 30, 2022
Thursday, September 29, 2022
Wednesday, September 28, 2022
{९५०}
मुझको पता है कि मुझको मयस्सर नहीं खुशियाँ,
इसीलिए मैंने खुद को सुपुर्दे-शबे-ग़म कर दिया।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
{९४९}
तेरी खुद्दारीयों पर हमको रहेगा फ़क्र तमाम उम्र
भूल न पाएंगें तेरी शाही मे फकीराना अन्दाज़ को।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
{९४८}
ब्रह्म सत्य है केवल, बाकी जग सब मिथ्या पाया,
ब्रह्म-स्वरूप जीव को हर पल नचा रही है माया।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
Tuesday, September 27, 2022
Saturday, September 24, 2022
Thursday, September 22, 2022
{९३८}
जीवन का यह ढब अच्छा है
जो कुछ भी है सब अच्छा है
हँसते-हँसते काटो ये जीवन
रोना-धोना कब अच्छा है।।
.. गोपाल कृष्ण शुक्ल
Wednesday, September 21, 2022
Sunday, September 18, 2022
Friday, September 16, 2022
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