Monday, March 31, 2014

{ ७५५ } {March 2014}






बेसहारों. का. मददगार. अब. कौन है
आदमीयत का तरफ़दार अब कौन है
लूट, छीना-झपटी का मँजर हरतरफ़
मुल्क. के लिये वफ़ादार अब कौन है।।

-- गोपाल कृष्ण शुक्ल

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