Friday, February 28, 2014

{ ७४२ } {Feb 2014}





मोहक छवि-तरँग से विधि ने
तेरे रूप लावण्य को बनाया है
फ़िर सोमरस की मादकता को
तेरी मस्त अदाओं में बसाया है।।

-- गोपाल कृष्ण शुक्ल

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