Thursday, December 22, 2011

{ ११३ } {Dec 2011}







हमें यह यकीं है आओगे जरूर तुम
पर हमसे न तुम मुलाकात करोगे
तोड न सकोगे दुनिया की दीवारें
बस नयनो से तुम बरसात करोगे ।।

-- गोपाल कृष्ण शुक्ल

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