पल्लव
Saturday, October 8, 2011
{ २० } { October 2011 }
बात जो दिल मे है अब जबाँ से कह भी दो
क्यों सिल लिये हैं होठ अब नाम कह भी दो
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
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