पल्लव
Thursday, October 20, 2011
{ ४५ } {Oct 2011}
क्या दुःख-दर्द ही जिन्दगी का नाम है
क्रिया का विपरीत ही अब परिणाम है
एक पल भी चैन से कटता तो कहते
वाह ! इस जिन्दगी में बड़ा आराम है ||
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
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